मुझे जीने दो

अंकल, ये क्या लगा रखा है बचपना?घुमते रहते हो बारिशमें क्यों बेपरवा ?और ज़ुकाम हो जाएगा, और बुखारऔर कौन करेगा चक्कर अस्पताल मेरी हाथ जोड़ बिनती, ‘ भैया,बचपन की , कुछ यादें है ना?कुछ मस्ती तो है बनती है ना ?तसल्लीसे मुझे जीने दो ना ? राजेन नायकमंगलवार , जून २७, २०२३

જીવી તો લેવા દો?

કાકા, હવે આ ઉંમરે આવા અખતરા ?કાંઈ ભાન છે? વરસાદમાં કરો છો ફર્યાહીકકર લાગશે, છાતીમાં શરદી ભરાશે ?પછી હોસ્પિટલના એ દોડા કોણ કરશે ? હાથ જોડી હું કહું,’જીવી તો લેવા દોભાઈસાબ થોડું બાળપણ આ તોથોડી મસ્તી, થોડાં મીઠાં સ્મરણોમોકા કેટલા આવશે, હવે ના રોકો’ રાજેન નાયકમંગલ વાર, જૂન ૨૭, ૨૦૨૩

Nosalgia Radio Ceylon आपकी पसंद

Remember Radio Ceylon? Aapkee pasand? Here is to jog your memory Too mera chaand main teri chaandni याद है ना वो सुनहरे दिन ? रेडिओ सीलोन – आपकी पसंद: तू मेरा चाँद मैं तेरी चांदनी की एक झलक now listen to the same song on my Pratham Tarang – patience guys patience ! Give me … More Nosalgia Radio Ceylon आपकी पसंद

सितार पे रियाज़ – Riyaz on my Sitar 

सितार पे रियाज़ कर रहा हूँ आजकलबहुत आसान है! एक सीधा सादा तान ले लीजिये और बार बार बजाते जाइये!दोस्तों इतना आसान नहीं है ये!उँगलियों से खून, दोनों हाथ थके थके और काफी समय तक कुछ ठीक नहीं बजता है, बार बार ये ख़याल आता है की छोडो ये झंजट, यार Here is how I … More सितार पे रियाज़ – Riyaz on my Sitar