
सच कहूँ तो संगीतमय ज़िन्दगी में कई बार महसूस किया है की मैं नहीं कोई और बजा रहा है. दिमाग चल रहा है, उंगलियां बाज पे घूमती है लेकिन जैसे कोई अदृश्य शक्ति ने मुझे घेर रखा है.
वो कौन होगा भला ? माँ सरस्वती देवी?
सच कहूँ तो संगीतमय ज़िन्दगी में कई बार महसूस किया है की मैं नहीं कोई और बजा रहा है. दिमाग चल रहा है, उंगलियां बाज पे घूमती है लेकिन जैसे कोई अदृश्य शक्ति ने मुझे घेर रखा है.
वो कौन होगा भला ? माँ सरस्वती देवी?