अतिभावुककौन – कलाकारयाश्रोताएं ? Who is getting more emotional – the artiste or the audience?

अक्टूबर १२ २०२३ की वो शाम, अमरिकाकी ह्यूस्टन नगरी – परमात्मा की मेरी ये खोज मेरे श्रोताजनोंको असर कर गयी। वे भी भावुक हो कर देखें कैसे साथ गाये जा  रहे हैi।  इस बार हमेशा की तरह सीमा फिल्मका वो दूसरा यादगार गीत ‘सुनो छोटी सी गुड़िया की लम्बी कहानी ‘ मैंने नहीं बजाया बल्कि … More अतिभावुककौन – कलाकारयाश्रोताएं ? Who is getting more emotional – the artiste or the audience?